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Desh Bhakti Shayari in Hindi
मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।
आज़ादी की कभी शाम ना होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनामी ना होने देंगे,
बची हो जो एक बूंद भी लहू की तब तक
भारत माँ का आँचल नीलाम ना होने देंगे !
जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो
जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन
मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।
दिलों की नफरत को निकालो,
वतन के इन दुश्मनों को मारो,
ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन,
भारत माँ के सम्मान को बचा लो!!
किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ,
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ,
मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ।
अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नही !
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नही!!
लड़े जंग वीरों की तरह,
जब खून खौल फौलाद हुआ |
मरते दम तक डटे रहे वो,
तब ही तो देश आजाद हुआ ||
दे सलामी इस तिरंगे को जिससे तेरी शान है.
सिर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान हैं
भारत माँ की जय कहना,
अपना सौभाग्य समझता हूँ
अपना जीना मरना अब सब
तेरे नाम ऐ “तिरंगा” करता हूँ
भारत माता की जय !!
Shayari on Patriotism
मैं मुस्लिम हूँ, तू हिन्दू है, है दोनों इंसान, ला मैं तेरी गीता पढ़ लूँ, तू पढ़ ले कुरान, अपने तो दिल में है दोस्त, बस एक ही अरमान, एक थाली में खाना खाये सारा हिन्दुस्तान।
जोश भर देने वाली देशभक्ति शायरी 2 Line
चले आओ मेरे परिंदों लौट कर अपने आसमान में,
देश की मिटटी से खेलो, दूर-दराज़ में क्या रक्खा है
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा
ये दुनिया….एक दुल्हन
ये दुनिया….एक दुल्हन…दुल्हन के माथे पे बिंदिया
I Love My India
अनेकता में एकता ही इस देश की शान है,
इसीलिए मेरा भारत महान है
कुछ हाथ से मेरे निकल गया,
वो पलक झपक के छिप गया,
फिर लाश बिछ गयी लाखों की,
सब पलक झपक के बदल गया।
जो देश के लिए शहीद हुए
उनको मेरा सलाम है
अपने खूं से जिस जमीं को सींचा
उन बहादुरों को सलाम है
देश भक्ति शायरी 2024
भारत की फ़जाओं को सदा याद रहूँगा, आज़ाद था, आज़ाद हूँ, आज़ाद रहूँगा
मेरे वतन की मिट्टी सोने की होती है, मेरे वतन की हर बुंद पानी मोतियों की होती है
कुछ नशा मातृत्व का है, कुछ नशा तिरंगे का है, हमें प्यारा हिन्दुस्तान हमारा
हमें मिले स्वर्णिम सपनों का सुनहरा पल, समर्पित करें प्रेम से सर्वस्व अपना
कुर्बानी के प्रतीक हमेशा ज़िंदा रहेंगे, मुक्ति के प्रकाश में सुनहरे पलकें झपकेंगे
जश्न आज़ादी का मुबारक हो देश वालो को, फ़ंदे से मोहब्बत थी हम वतन के मतवालो को
हमें मिले स्वर्णिम सपनों का सुनहरा पल, समर्पित करें प्रेम से सर्वस्व अपना
मैं तुमसे प्रेम करता हूँ मेरी भारत माँ, तुम्हारी हर सांस में हैं मेरी ज़िन्दगी
कुर्बानी के प्रतीक हमेशा ज़िंदा रहेंगे, मुक्ति के प्रकाश में सुनहरे पलकें झपकेंगे
तिरंगे को सदा दिल में बसाएं रखना. प्रेम हमारा हैं यहीं पहचान है.
Desh Bhakti Shero Shayari
तीन रंग का नही वस्त्र,
ये ध्वज देश की शान है,
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान है,
यही है गंगा, यही है हिमालय,
यही हिन्द की जान है,
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान है।
कर जस्बे को बुलंद जवान
तेरे पीछे खड़ी आवाम
हर पत्ते को मार गिरायेंगे
जो हमसे देश बटवायेंगे
मैं भारत बरस का हरदम सम्मान करता हूँ
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हुँ
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ
आओ झुक कर करें सलाम उन्हें,
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
कितने खुशनसीब हैं वो लोग,
जिनका खून वतन के काम आता हैं…
इश्क तो करता है हर कोई
महबूब पे तो मरता है हर कोई
कभी वतन को महबूब बना के देखो
तुझ पे मरेगा हर कोई
उनके हौंसले का मुकाबला ही नहीं है कोई
जिनकी कुर्बानी का कर्ज हम पर उधार है
आज हम इसीलिए खुशहाल हैं क्यूंकि
सीमा पे जवान बलिदान को तैयार है….
इस तिरंगे को कभी मत तुम झुकने देना,
देश की बढ़ती शान को तुम कभी न रुकने देना,
यही अरमान है बस अब इस दिल में, कि ऐसे ही आगे तुम बढ़ते रहना।
इतना भी मत मरो सनम बेवफा के लिए,
दो गज जमीन भी नहीं मिलेगी दफ़न के लिए,
मरना है तो मरो अपने वतन के लिए,
हसीना भी दुपट्टा निकाल देगी कफ़न के लिए।
कर जस्बे को बुलंद जवान
तेरे पीछे खड़ी आवाम
हर पत्ते को मार गिरायेंगे
जो हमसे देश बटवायेंगे।
शहीद देश भक्ति शायरी
जो देश के लिए शहीद हुए
उनको मेरा सलाम है
अपने खूं से जिस जमीं को सींचा
उन बहादुरों को सलाम है..
सुन्दर है जग में सबसे, नाम भी सबसे न्यारा है
वो देश हमारा है, वो देश हमारा है
ये नफरत बुरी है न पालो इसे,
दिलो में खलिश है निकालो इसे,
न तेरा, न मेरा, न इसका, न उसका,
यह सब का वतन है, बचा लो इसे।
देशभक्तों से ही देश की शान है
देशभक्तों से ही देश का मान है
हम उस देश के फूल हैं यारों
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की मान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है…
अधिकार मिलते नहीं लिए जाते हैं
आजाद हैं मगर गुलामी किये जाते हैं
वंदन करो उन सेनानियों को
जो मौत के आँचल में जिए जाते हैं
उड़ जाती है नींद ये सोचकर
कि सरहद पे दी गयीं वो कुर्बानियां
मेरी नींद के लिए थीं
उड़ जाती है नींद ये सोचकर
कि सरहद पे दी गयीं वो कुर्बानियां
मेरी नींद के लिए थीं
इश्क तो करता है हर कोई
महबूब पे तो मरता है हर कोई
कभी वतन को महबूब बना के देखो
तुझ पे मरेगा हर कोई
देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमें
अखंड भारत के सपने का जूनून है हमें
गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा,
चमक रहा आसमान में देश का सितारा,
आजादी के दिन आओ मिलकर करें दुआ,
की बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा।
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